जानिए: कर्ण शर्मा के इम्पैक्ट सब होने के बावजूद अश्विनी कुमार को MI के 13वें खिलाड़ी के रूप में GT के खिलाफ खेलने की अनुमति क्यों दी गई

जानिए: कर्ण शर्मा के इम्पैक्ट सब होने के बावजूद अश्विनी कुमार को MI के 13वें खिलाड़ी के रूप में GT के खिलाफ खेलने की अनुमति क्यों दी गई
जानिए: कर्ण शर्मा के इम्पैक्ट सब होने के बावजूद अश्विनी कुमार को MI के 13वें खिलाड़ी के रूप में GT के खिलाफ खेलने की अनुमति क्यों दी गई

जानिए: कर्ण शर्मा के इम्पैक्ट सब होने के बावजूद अश्विनी कुमार को MI के 13वें खिलाड़ी के रूप में GT के खिलाफ खेलने की अनुमति क्यों दी गई

मुंबई इंडियंस (MI) और गुजरात टाइटंस (GT) के बीच खेले गए आईपीएल 2025 के मैच में एक अनोखी स्थिति देखने को मिली, जहाँ MI ने अश्विनी कुमार को 13वें खिलाड़ी के रूप में मैदान में उतारा, जबकि कर्ण शर्मा पहले से ही इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में शामिल थे।

क्या हुआ था?

मैच के दौरान MI के खिलाड़ी कॉर्बिन बॉश को सिर पर गंभीर चोट लगी, जिससे उन्हें तुरंत मैदान से बाहर ले जाना पड़ा। इस स्थिति में, MI ने अश्विनी कुमार को “कन्कशन सब्स्टीट्यूट” के रूप में उतारा। कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम के तहत, यदि किसी खिलाड़ी को सिर पर चोट लगती है और वह मैच जारी नहीं रख सकता, तो टीम एक समान भूमिका वाले खिलाड़ी को उसके स्थान पर मैदान में उतार सकती है।

इम्पैक्ट प्लेयर और कन्कशन सब्स्टीट्यूट में अंतर

  • इम्पैक्ट प्लेयर: यह एक रणनीतिक विकल्प होता है, जहाँ टीमें एक अतिरिक्त खिलाड़ी को मैच के दौरान शामिल कर सकती हैं, चाहे वह बल्लेबाज हो या गेंदबाज। इस मैच में MI ने कर्ण शर्मा को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में शामिल किया था, जिन्होंने दूसरी पारी में गेंदबाजी की।
  • कन्कशन सब्स्टीट्यूट: यह एक मेडिकल आपातकालीन स्थिति में उपयोग किया जाता है, जहाँ किसी खिलाड़ी को सिर पर चोट लगने के कारण मैच से बाहर होना पड़ता है। ऐसे में, टीम एक समान भूमिका वाले खिलाड़ी को उसके स्थान पर शामिल कर सकती है।

इस प्रकार, MI ने नियमों के अनुसार अश्विनी कुमार को कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में उतारा, जबकि कर्ण शर्मा पहले से ही इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में खेल रहे थे। दोनों नियमों के अलग-अलग उद्देश्य और शर्तें होती हैं, इसलिए यह चयन पूरी तरह से नियमों के अनुरूप था।

अश्विनी कुमार ने मैदान में आते ही प्रभावशाली प्रदर्शन किया और रशीद खान को एलबीडब्ल्यू आउट किया, जिससे MI को महत्वपूर्ण सफलता मिली।

जानिए: कर्ण शर्मा के इम्पैक्ट सब होने के बावजूद अश्विनी कुमार को MI के 13वें खिलाड़ी के रूप में GT के खिलाफ खेलने की अनुमति क्यों दी गई

अश्विनी कुमार
अश्विनी कुमार
जानिए: कर्ण शर्मा के इम्पैक्ट सब होने के बावजूद अश्विनी कुमार को MI के 13वें खिलाड़ी के रूप में GT के खिलाफ खेलने की अनुमति क्यों दी गई

आईपीएल 2025 के एक महत्वपूर्ण मुकाबले में मुंबई इंडियंस (MI) और गुजरात टाइटंस (GT) के बीच एक अनोखी स्थिति उत्पन्न हुई, जहाँ MI ने दो अलग-अलग प्रकार के प्रतिस्थापन खिलाड़ियों का उपयोग किया: कर्ण शर्मा को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में और अश्विनी कुमार को कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में। यह स्थिति कई प्रशंसकों के लिए भ्रमित करने वाली थी, क्योंकि आमतौर पर एक टीम एक ही प्रकार के प्रतिस्थापन का उपयोग करती है। आइए इस स्थिति को विस्तार से समझते हैं।


इम्पैक्ट प्लेयर और कन्कशन सब्स्टीट्यूट: नियमों की समझ

इम्पैक्ट प्लेयर

आईपीएल 2023 में पेश किया गया इम्पैक्ट प्लेयर नियम टीमों को रणनीतिक रूप से एक अतिरिक्त खिलाड़ी को मैच के दौरान शामिल करने की अनुमति देता है। यह खिलाड़ी बल्लेबाज, गेंदबाज या ऑलराउंडर हो सकता है और इसे मैच की किसी भी पारी में शामिल किया जा सकता है। इस नियम का उद्देश्य टीमों को अधिक लचीलापन प्रदान करना है, जिससे वे मैच की स्थिति के अनुसार अपनी रणनीति बदल सकें।

कन्कशन सब्स्टीट्यूट

कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा 2019 में पेश किया गया था और आईपीएल में 2020 से लागू हुआ। इस नियम के तहत, यदि कोई खिलाड़ी सिर पर चोट (कन्कशन) के कारण मैच जारी नहीं रख सकता, तो टीम एक समान भूमिका वाले खिलाड़ी को उसके स्थान पर शामिल कर सकती है। यह प्रतिस्थापन केवल मेडिकल आपातकालीन स्थिति में किया जाता है और इसे मैच रेफरी की अनुमति से ही लागू किया जा सकता है।


MI बनाम GT मैच में स्थिति

इस मैच में MI ने कर्ण शर्मा को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में शामिल किया था, जो एक रणनीतिक निर्णय था। हालांकि, मैच के दौरान MI के खिलाड़ी कॉर्बिन बॉश को सिर पर गंभीर चोट लगी, जिससे उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। इस स्थिति में, MI ने अश्विनी कुमार को कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में शामिल किया, जो नियमों के अनुसार पूरी तरह से वैध था।


अश्विनी कुमार का प्रभावशाली प्रदर्शन

अश्विनी कुमार ने मैदान में आते ही शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने रिंकू सिंह, मनीष पांडे और आंद्रे रसेल जैसे महत्वपूर्ण बल्लेबाजों को आउट किया, जिससे MI को मैच में बढ़त मिली। उनके इस प्रदर्शन ने दिखाया कि कन्कशन सब्स्टीट्यूट भी मैच के परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं।आज तक


निष्कर्ष

मुंबई इंडियंस द्वारा कर्ण शर्मा को इम्पैक्ट प्लेयर और अश्विनी कुमार को कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में शामिल करना आईपीएल के नियमों के अनुसार पूरी तरह से वैध था। इम्पैक्ट प्लेयर एक रणनीतिक विकल्प है, जबकि कन्कशन सब्स्टीट्यूट एक मेडिकल आपातकालीन स्थिति में उपयोग किया जाता है। दोनों नियमों का उद्देश्य टीमों को अधिक लचीलापन और खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

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